सुविचार संग्रह hindi :राह के अड़ेंगे
सुविचार संग्रह hindi :राह के अड़ेंगे
यह आलेख सकारात्मक सोचराह के अड़ेंगे
कुछ भी करने निकले 24 स्पीड ब्रेकर हमेशा तैयार मिलेंगे कुछ लोग तो छूटते ही कहेंगे यह तो तेरे बस का नहीं उनकी मानें तो आप कुछ नया कर ही नहीं पाएंगे यहां बुद्ध के उन शिष्यों को याद आती है जिन्होंने उपदेश देने के लिए निकलने से पहले कहा बनते हम बादलों की तरह बरसते हवा की तरह सर्साने सूर्य की तरह प्रकाश बांटने चंद्रमा की तरह चांदनी बिखेरने के लिए चले हैं हम अपने कर्तव्य पालन के आनंद में इतनी रसपी भर रहेंगे कि किसी का उपहास तिरस्कार समझने का अवकाश ही हमें नहीं रहेगा उन शिष्यों की बातें आज कहीं ज्यादा प्रासंगिक हैं यह दौर नई सोच का है चीजों को पूरी तरीके से करना है हम जितने बेहतर तरीके से काम को करेंगे उतना ही बेहतर दाम वह संतोष हमें मिलेगा ऐसे में हमारी असंतुष्टि का स्तर भी ऊंचा रहता है और हम श्रेष्ठ की यात्रा पर रहते हैं यहां एक लोहार की कथा याद आती है उसे एक व्यापारी ने ऐसे औजार बनाने को कहा था जो सबसे बढ़िया हो लोहार ने पैसे लौटाए हुए कहा मैं अपनी पूरी क्षमता से जो बनाता हूं उसे ही सबसे बढ़िया मानता हूं उससे बढ़िया मैं नहीं बना सकता अपने काम के प्रति हम तो ना आए मगर इतना जरूर हो कि उसे करने के समय किसी तरह की ढिलाई ना बरती गई हो अमेरिकी पत्रकार और विचारक डेविड बिक्री के शब्दों में अपना काम करने में सबसे बड़ी बाधा है दूसरों के नकारात्मक हस्तक्षेपों का स्वागत करना आपको जानने वाले स्पीड ब्रेकर हो सकते हैं यदि आपके किसी काम को शिकार नहीं करते वह आप पर ईंट बरसाते हैं तो आपके पास एक सर्वश्रेष्ठ रास्ता है।
मुझे उम्मीद है कि आपको यह सकारात्मक लेख पसंद है,
आने के लिए धन्यवाद !!।